देश और संसार के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम देश की महत्वपूर्ण समस्याओं के बारे में सोचते हैं, कभी-कभी उनके हल या सुझाव जानते भी हैं। इसके अलावा हम समय-समय पर अक्सर ऐसे संकेत पाते हैं जो हमारे राजनेताओं व कर्मचारियों को सही दिशा दिखा सकते हैं परंतु उन विचारों के लेखन, सम्पादन, संकलन और प्रस्तुति के लिए समुचित मंच नहीं पाते हैं। मंच मिल भी जाये तो धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्र, विचारधारा आदि से ऊपर उठने की निष्काम और निष्पक्ष भावना दुर्लभ ही होती है।
अपने परिवेश और परम्पराओं से ऊपर उठाना आसान नहीं है, कई मामलों में शायद ज़रूरी भी न हो। मननशाला में सहयोग करते समय कृपया अपनी राजनीतिक-धार्मिक-क्षेत्रीय-भाषायी प्रतिबद्धताओं-पसंद से बाहर एक भारतीय (या वैश्विक) नागरिक बनकर सामने आयें। इसका मतलब यह भी नहीं है कि किसी भाषा आदि के साथ अन्याय हो जाये।
इस प्रारम्भिक स्थिति में रखे जा रहे विचार मुख्यतः निम्न भागों में वर्गीकृत हैं , आपके सुझाव मिलने पर वर्ग और विभाग में यथासंभव संशोधन किया जा सकता है और नए वर्ग जोड़े जा सकते हैं:
शिक्षा-प्रशिक्षण, न्याय, प्रशासनिक व्यवस्था, परिवहन, नदी-जल-बांध, पेयजल, नगर पालिका, राज्य, केंद्र, विद्युत, ट्रस्ट-NGO, विदेश-नीति, आतंकवाद, शरणार्थी-नीति, चुनाव-लोकतन्त्र-सुधार, वित्त-व्यापार-कर नीति, कृषि, श्रम, भू-संसाधन-उत्पादन-GDP
विचारों की समुचित श्रेणी-वर्ग के अंतर्गत छोटी-छोटी समेकित पोस्ट्स में हम यहाँ अपने जनोपयोगी विचार यहाँ रखते रहेंगे। प्रयास यही रहेगा कि हर विचार देश की उन्नति के लिए कुछ नया जोड़े और क्रियान्वयन के योग्य हो। राजनीतिक या धार्मिक विचारधाराओं में फंसे बिना उनसे संबन्धित विषयों पर निष्पक्ष समीक्षा भी यदा-कदा रखी जा सकती है परंतु स्पष्ट रहे कि राजनीति या किसी विचारधारा-विशेष का पोषण इस शाला का उद्देश्य नहीं है।
मननशाला के केंद्र में भारत और भारतवासी ही हैं। इसके सभी संस्थापक सदस्य भारत के साधारण नागरिक है और देश और संसार के प्रति अपने यथासंभव योगदान के प्रयास में विश्वास रखते हैं। आपके विचारों और सुझावों का स्वागत है। यदि आप इस प्रयास में हमारी सहायता करना चाहते हैं तो कृपया किसी ऐसे मुद्दे पर अपने विचार यहाँ रखें जो आपके अनुसार देश के लिए महत्वपूर्ण है।
धन्यवाद और शुभकामनायें!
अपने परिवेश और परम्पराओं से ऊपर उठाना आसान नहीं है, कई मामलों में शायद ज़रूरी भी न हो। मननशाला में सहयोग करते समय कृपया अपनी राजनीतिक-धार्मिक-क्षेत्रीय-भाषायी प्रतिबद्धताओं-पसंद से बाहर एक भारतीय (या वैश्विक) नागरिक बनकर सामने आयें। इसका मतलब यह भी नहीं है कि किसी भाषा आदि के साथ अन्याय हो जाये।
इस प्रारम्भिक स्थिति में रखे जा रहे विचार मुख्यतः निम्न भागों में वर्गीकृत हैं , आपके सुझाव मिलने पर वर्ग और विभाग में यथासंभव संशोधन किया जा सकता है और नए वर्ग जोड़े जा सकते हैं:
शिक्षा-प्रशिक्षण, न्याय, प्रशासनिक व्यवस्था, परिवहन, नदी-जल-बांध, पेयजल, नगर पालिका, राज्य, केंद्र, विद्युत, ट्रस्ट-NGO, विदेश-नीति, आतंकवाद, शरणार्थी-नीति, चुनाव-लोकतन्त्र-सुधार, वित्त-व्यापार-कर नीति, कृषि, श्रम, भू-संसाधन-उत्पादन-GDP
विचारों की समुचित श्रेणी-वर्ग के अंतर्गत छोटी-छोटी समेकित पोस्ट्स में हम यहाँ अपने जनोपयोगी विचार यहाँ रखते रहेंगे। प्रयास यही रहेगा कि हर विचार देश की उन्नति के लिए कुछ नया जोड़े और क्रियान्वयन के योग्य हो। राजनीतिक या धार्मिक विचारधाराओं में फंसे बिना उनसे संबन्धित विषयों पर निष्पक्ष समीक्षा भी यदा-कदा रखी जा सकती है परंतु स्पष्ट रहे कि राजनीति या किसी विचारधारा-विशेष का पोषण इस शाला का उद्देश्य नहीं है।
मननशाला के केंद्र में भारत और भारतवासी ही हैं। इसके सभी संस्थापक सदस्य भारत के साधारण नागरिक है और देश और संसार के प्रति अपने यथासंभव योगदान के प्रयास में विश्वास रखते हैं। आपके विचारों और सुझावों का स्वागत है। यदि आप इस प्रयास में हमारी सहायता करना चाहते हैं तो कृपया किसी ऐसे मुद्दे पर अपने विचार यहाँ रखें जो आपके अनुसार देश के लिए महत्वपूर्ण है।
धन्यवाद और शुभकामनायें!
बहुत खूब. एक शानदार प्रयास. कृपया अपने इस प्रयास में हमें अपने साथ शामिल करें.
ReplyDeleteहमारे बारे में अधिक जानकारी हेतू अभी हमारी साइट http://www.kdparivar.com पर पधारें
शानदार कोशिश .. हमे भी शामिल रें
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